गुरु अमरदास द्वारा रचित आनंद साहिब पाठ के बारें में इस पोस्ट के माध्यम से आपको बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी | आनंद साहिब का पाठ करके आप आराधना कर सकते है |
Anand Sahib in Hindi
यदि आप आनंद साहिब पाठ के इच्छुक है, तो आप सही पोस्ट पर आ चुके है | इस पोस्ट में दिए गए लिंक के माध्यम से आप आनंद साहब पाठ हिंदी की pdf को आसानी से डाउनलोड कर सकते है | १६वीं सताब्दी में गुरु अमरनाथ द्वारा इसकी रचना की गयी थी | इस पवित्र भजन को सिक्खों के द्वारा भोर में गया जाता है |
Anand Sahib PDF Detail
Name of PDF | Anand Sahib |
No. of Page | 6 |
Size | 90 KB |
Language | Hindi |
Anand Sahib full Path in Hindi
इस भजन के कुछ अंश को नीचे दिया गया है, आप यहाँ से पढ़ सकते है या फिर लिंक के माध्यम से डाउनलोड कर सकते है |
Anand Sahib Path in Hindi pdf Download
अनंदुभइआ मेरी माए सितगुŝ मै पाइआ ॥
सितगुŜ त पाइआ सहज सेती मिन वजीआ वाधाईआ ॥
राग रतन परवार परीआ सबद गावण आईआ ॥
सबदो त गावŠ हरी के रा मिन िजनी वसाइआ ॥
कहैनानकुअनंदुहोआ सितगुŝ मैपाइआ ॥१॥
ए मन मेįरआ तूसदा रŠ हįर नाले॥
हįर नािल रŠ तूमंन मेरेदू ख सिभ िवसारणा ॥
अंगीकाŜ ओŠ करेतेरा कारज सिभ सवारणा ॥
सभना गला समरथुसुआमी सो िकउ मनŠ िवसारे॥
कहैनानकुमंन मेरेसदा रŠ हįर नाले॥२॥
साचेसािहबा िकआ नाही घįर तेरै॥
घįर त तेरैसभुिकछुहैिजसुदेिह सुपावए ॥
सदा िसफित सलाह तेरी नामुमिन वसावए ॥
नामुिजन कैमिन विसआ वाजेसबद घनेरे॥
कहैनानकुसचेसािहब िकआ नाही घįर तेरै॥३॥
साचा नामुमेरा आधारो ॥
साचुनामुअधाŜ मेरा िजिन भुखा सिभ गवाईआ ॥
कįर सांित सुख मिन आइ विसआ िजिन इछा सिभ पुजाईआ ॥
सदा कु रबाणुकीता गुŝ िवटŠ िजस दीआ एिह विडआईआ ॥
कहैनानकुसुणŠ संतŠ सबिद धरŠ िपआरो ॥
साचा नामुमेरा आधारो ॥४॥
वाजेपंच सबद िततुघįर सभागै॥
घįर सभागैसबद वाजेकला िजतुघįर धारीआ ॥
पंच दू त तुधुविस कीतेकालुकं टकुमाįरआ ॥
धुįर करिम पाइआ तुधुिजन कउ िस नािम हįर कै लागे॥
कहैनानकुतह सुखुहोआ िततुघįर अनहद वाजे॥५॥
साची िलवैिबनुदेह िनमाणी ॥
देह िनमाणी िलवैबाझŠ िकआ करेवेचारीआ ॥
तुधुबाझुसमरथ कोइ नाही िŢपा कįर बनवारीआ ॥
एस नउ होŜ थाउ नाही सबिद लािग सवारीआ ॥
कहैनानकुिलवैबाझŠ िकआ करेवेचारीआ ॥६॥
आनंदुआनंदुसभुको कहैआनंदुगुŝ तेजािणआ ॥
जािणआ आनंदुसदा गुर तेिŢपा करेिपआįरआ ॥
कįर िकरपा िकलिवख कटेिगआन अंजनुसाįरआ ॥
अंदरŠ िजन का मोŠ तुटा ितन का सबदुसचैसवाįरआ ॥
कहैनानकुएŠ अनंदुहैआनंदुगुर तेजािणआ ॥७॥
बाबा िजसुतूदेिह सोई जनुपावै॥
पावैत सो जनुदेिह िजस नो होįर िकआ करिह वेचाįरआ ॥
इिक भरिम भूलेिफरिह दह िदिस इिक नािम लािग सवाįरआ ॥
गुर परसादी मनुभइआ िनरमलुिजना भाणा भावए ॥
कहैनानकुिजसुदेिह िपआरेसोई जनुपावए ॥८॥
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Anand Sahib Path benefits in hindi
आनंद साहिब पाठ को सिक्खों के द्वारा रोजाना सुवह सुवह पाठ किया जाता है | इस पथ को नित्य रोज करने आनंद, कृतज्ञता, आध्यात्मिक उत्थान , शांति , सम्पनता और कष्ट को सहन करने की क्षमता आदि प्रकार के कई बाधाएं दूर होने में मदद मिलती है |
Anand Sahib Path meaning in hindi
आनंद साहिब नितनेम (दैनिक प्रार्थना) का एक हिस्सा है, इसे सिक्ख लोग भोर के समय इस भजन पाठ को पढ़ते है | आनंद साहिब का मतलब पूर्ण सुख है | इस ग्रन्थ को सॉन्ग ऑफ ब्लिस भी कहा जाता है |
आनंद साहिब के दो संस्करण आते है, एक 40 पौड़ी का तथा दूसरा 5 पौड़ी का | इस 5 पौड़ी वाले आनंद साहिब को छोटा आनंद साहिब कहा जाता है |
Anand Sahib Path pdf
आनंद साहिब पाठ हिंदी को आप pdf के माध्यम से अपने मोबाइल या लैपटॉप में इसे आसानी से सेव कर सकते है| आनद साहिब में रचित भजन को आसानी से पढ़ सकते है|
यह ग्रन्ध सिक्ख धर्म का माना जाना ग्रन्थ है जो गुरु अमरनाथ के द्वारा १६वी सताब्दी में रचना की गयी थी | गुरु अमरनाथ सिक्ख के तीसरे गुरु है|
Conclusion
इस पोस्ट में Anand Sahib Pdf in Hindi को दिया गया है, इसमे लिखे गए भजन को आप गा कर आराधना कर सकते है | भोर के समय में गया जाने वाला यह भजन अधिकतर सिक्खों के द्वारा गुरुद्वारा में गया जाता है |
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