भगवान कुबेर की पूजा के लिए कुबेर चालीसा का पाठ किया जाता है | यहाँ पर हम आज कुबेर जी पूजा को किस विधि से करते इसके बाएँ में विस्तार से जानेंगे|
kuber chalisa pdf hindi
हिंदू धर्म में दीपावली के दिन भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है | भगवान कुबेर की आराधना करने से घर में सुख शांति और धन की प्राप्ति का आशय माना गया है | भगवान कुबेर की आराधना करने से निर्धनता और कष्ट दूर होते हैं |
Kuber Chalisa Pdf को डाउनलोड करने के लिए इस पोस्ट में दिए गए लिंक क्लिक करके इस pdf को आसानी से free में डाउनलोड कर सकते हैं | भगवान की पूजा , अर्चना करने के यह आपकी बहुत ही मदद करेगी |
kuber chalisa pdf details
Name of pdf | Kuber Chalisa Pdf |
Pdf Page | |
Size | |
Language | Hindi |
Link | Download PDF |
धन का देवता, shri kuber chalisa pdf
भगवान कुबेर को धन का देवता कहा जाता है | भगवान कुबेर धन संपदा और समृद्धि के मालिक माने जाते हैं | भगवान कुबेर की आराधना से धन की प्राप्त एवं जीवन में अनेक उपलब्धियां हासिल होती हैं | वैसे तो कुबेर की पूजा रोजाना की जाती है, लेकिन धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा बहुत ही लाभकारी मानी जाती है |
कुबेर चालीसा क्या है ?
कुबेर चालीसा में भगवान कुबेर की आराधना की जाती है भगवान कुबेर को धन का देवता कहा जाता है, इनकी आराधना से धन की प्राप्ति होती है |
कुबेर चालीस कब पढ़ी जाती है
कुबेर चालीसा को ऐसे तो रोज सुबह पढ़ा जाता है, लेकिन दीपावली के पूर्व, धनतेरस के दिन कुबेर चालीसा का पाठ करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है |
कुबेर चालीसा
जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी ।
धन माया के तुम अधिकारी ॥
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी ।
पवन वेग सम सम तनु बलधारी ॥
स्वर्ग द्वार की करें पहरे दारी ।
सेवक इंद्र देव के आज्ञाकारी ॥
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी ।
सेनापति बने युद्ध में धनुधारी ॥
महा योद्धा बन शस्त्र धारैं ।
युद्ध करैं शत्रु को मारैं ॥
सदा विजयी कभी ना हारैं ।
भगत जनों के संकट टारैं ॥
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता ।
पुलिस्ता वंश के जन्म विख्याता ॥
विश्रवा पिता इडविडा जी माता ।
विभीषण भगत आपके भ्राता ॥
शिव चरणों में जब ध्यान लगाया ।
घोर तपस्या करी तन को सुखाया ॥
शिव वरदान मिले देवत्य पाया ।
अमृत पान करी अमर हुई काया ॥
धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में ।
देवी देवता सब फिरैं साथ में ।
पीताम्बर वस्त्र पहने गात में ॥
बल शक्ति पूरी यक्ष जात में ॥
स्वर्ण सिंहासन आप विराजैं ।
त्रिशूल गदा हाथ में साजैं ॥
शंख मृदंग नगारे बाजैं ।
गधर्व राग मधुर स्वर गाजैं ॥
चौंसठ योगनी मंगल गावैं ।
ऋद्धि सिद्धि नित भोग लगावैं ॥
दास दासनी सिर छत्र फिरावैं ।
यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढूलावैं ॥
भूत प्रेत को कुबेर भगावैं ।
अड़े काम को कुबेर बनावैं ॥
रोग शोक को कुबेर नशावैं ।
कलंक कोढ़ को कुबेर हटावैं ॥
कुबेर चढ़े को और चढ़ादे ।
कुबेर गिरे को पुन: उठा दे ॥
कुबेर भाग्य को तुरंत जगा दे ।
कुबेर भूले को राह बता दे ॥
प्यासे की प्यास कुबेर बुझा दे ।
भूखे की भूख कुबेर मिटा दे ॥
रोगी का रोग कुबेर घटा दे ।
दुखिया का दुख कुबेर छुटा दे ॥
बांझ की गोद कुबेर भरा दे ।
कारोबार को कुबेर बढ़ा दे ॥
कारागार से कुबेर छुड़ा दे ।
चोर ठगों से कुबेर बचा दे ॥
कोर्ट केस में कुबेर जितावै ।
जो कुबेर को मन में ध्यावै ॥
चुनाव में जीत कुबेर करावैं ।
मंत्री पद पर कुबेर बिठावैं ॥
पाठ करे जो नित मन लाई ।
उसकी कला हो सदा सवाई ॥
जिसपे प्रसन्न कुबेर की माई ।
उसका जीवन चले सुखदाई ॥
जो कुबेर का पाठ करावै ।
उसका बेड़ा पार लगावै ॥
उजड़े घर को पुन: बसावै ।
शत्रु को भी मित्र बनावै ॥
सहस्त्र पुस्तक जो दान कराई ।
सब सुख भोद पदार्थ पाई ।
प्राण त्याग कर स्वर्ग में जाई ।
मानस परिवार कुबेर कीर्ति गाई ॥
निष्कर्ष
इस Kuber Chalisa Pdf के द्वारा आप लोग भगवान कुबेर की आराधना कर सकते हैं , इस pdf को डाउनलोड करने के लिए आप हमारे पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपने मोबाइल और लैपटॉप में डाउनलोड कर सकते हैं |
भगवन कुबेर की आराधना करने से धन की प्राप्ति होती है , तथ हमारे जीवन में सुख, शांति , समृधि प्राप्त होती है |
यह भी पढें ;
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा Pdf, Vijayi Vishwa Tiranga Pyara Pdf Download.
नवोदय विद्यालय बुक, Navodaya Book Pdf Download 2023.
गणेश चतुर्थी व्रत, Ganesh Chaturthi Vrat Katha in Hindi PDF Download.