विंधेश्वरी माता माता हिन्दू धर्मं की एक प्रसिद्ध देवी है , विंधेश्वरी माता का निवास मध्य प्रदेश में विन्ध्य पर्वत पर है | आज हम विंधेश्वरी चालीसा दुर्गा चालीसा PDF के बारें में विस्तार से जानेंगें |
विंधेश्वरी चालीसा PDF
इस पोस्ट के माध्यम से विंधेश्वरी चालीसा के बारे में आपको जानकारी दि जाएगी | Vindheshwari Chalisa को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं |
इस Chalisa के माध्यम से आप लोग माँ दुर्गा की आरधना कर सकते है | नवरात्रि के समय माँ दुर्गा के नव रूपों की आराधना की जाती है| चालीसा पाठ करने से मन की सुद्धि , शांति प्रदान करता है |
Vindheshwari Chalisa in Hindi PDF Details
Name Of PDF | विंधेश्वरी दुर्गा चालीसा |
PDF Size | 80 KB |
Language | Hindi |
Page | 3 |
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दुर्गा चालीसा सुनने से क्या होता है?
माँ दुर्गा चालीसा पाठ करने से भक्तो के मन को शांति , समृधि ,उन्नति आदि , अनेक प्रकार के कष्टों से छुटकारा , मन में सकारात्मक विचार , जैसे विभिन्न कई प्रकार के के लाभ प्राप्त होते है | इसलिए मा दुर्गा पाठ करना बहुत ही लाभप्रद होता है |
विंधेश्वरी माता कौन है?
विंधेश्वरी माता माता हिन्दू धर्मं की एक प्रसिद्ध देवी है , विंधेश्वरी माता का निवास मध्य प्रदेश में विन्ध्य पर्वत पर है | विंधेश्वरी माताको ही विंधेश्वरी दुर्गा के नाम से जाना जाता है | vindheshwari chalisa के पाठ से शक्ति, स्थायित्व और सफलता की देवी के रूप में माँ विन्ध्येश्वरी को जाना जाता है |
दुर्गा चालीसा पाठ हिंदी में pdf
जय जय विन्ध्याचल रानी।
आदि शक्ति जग विदित भवानी॥
सिंहवाहिनी जय जग माता।
जय जय त्रिभुवन सुखदाता॥
कष्ट निवारिणी जय जग देवी।
जय जय असुरासुर सेवी॥
महिमा अमित अपार तुम्हारी।
शेष सहस्र मुख वर्णत हारी॥
दीनन के दुख हरत भवानी।
नहिं देख्यो तुम सम कोई दानी॥
सब कर मनसा पुरवत माता।
महिमा अमित जगत विख्याता॥
जो जन ध्यान तुम्हारो लावै।
सो तुरतहिं वांछित फल पावै॥
तू ही वैष्णवी तू ही रुद्राणी।
तू ही शारदा अरु ब्रह्माणी॥
रमा राधिका श्यामा काली।
तू ही मातु सन्तन प्रतिपाली॥
उमा माधवी चण्डी ज्वाला।
बेगि मोहि पर होहु दयाला॥
तू ही हिंगलाज महारानी।
तू ही शीतला अरु विज्ञानी॥
दुर्गा दुर्ग विनाशिनी माता।
तू ही लक्ष्मी जग सुख दाता॥
तू ही जाह्नवी अरु उत्राणी।
हेमावती अम्बे निर्वाणी॥
अष्टभुजी वाराहिनी देवी।
करत विष्णु शिव जाकर सेवी॥
चौसट्ठी देवी कल्यानी।
गौरी मंगला सब गुण खानी॥
पाटन मुम्बा दन्त कुमारी।
भद्रकाली सुन विनय हमारी॥
वज्र धारिणी शोक नाशिनी।
आयु रक्षिणी विन्ध्यवासिनी॥
जया और विजया वैताली।
मातु संकटी अरु विकराली॥
नाम अनन्त तुम्हार भवानी।
बरनै किमि मानुष अज्ञानी॥
जापर कृपा मातु तव होई।
तो वह करै चहै मन जोई॥
कृपा करहुं मो पर महारानी।
सिद्ध करहु अम्बे मम बानी॥
जो नर धरै मातु कर ध्याना।
ताकर सदा होय कल्याना॥
विपति ताहि सपनेहु नहिं आवै।
जो देवी का जाप करावै॥
जो नर कहं ऋण होय अपारा।
सो नर पाठ करै शतबारा।
निश्चय ऋण मोचन होइ जाई।
जो नर पाठ करै मन लाई।
अस्तुति जो नर पढ़ै पढ़ावै।
या जग में सो अति सुख पावै।
जाको व्याधि सतावे भाई।
जाप करत सब दूर पराई।
जो नर अति बन्दी महँ होई।
बार हजार पाठ कर सोई।
निश्चय बन्दी ते छुटि जाई।
सत्य वचन मम मानहुं भाई।
जा पर जो कछु संकट होई।
निश्चय देविहिं सुमिरै सोई।
जो नर पुत्र होय नहिं भाई।
सो नर या विधि करे उपाई।
पांच वर्ष सो पाठ करावै।
नौरातन में विप्र जिमावै।
निश्चय होहिं प्रसन्न भवानी।
पुत्र देहिं ता कहं गुण खानी।
ध्वजा नारियल आनि चढ़ावै।
विधि समेत पूजन करवावै।
नित्य प्रति पाठ करै मन लाई।
प्रेम सहित नहिं आन उपाई।
यह श्री विन्ध्याचल चालीसा।
रंक पढ़त होवे अवनीसा।
यह जनि अचरज मानहुं भाई।
कृपा दृष्टि तापर होइ जाई।।
जय जय जय जग मातु भवानी,
कृपा करहुं मोहिं पर जन जानी।
मां दुर्गा की पूजा करने से क्या लाभ होता है?
माँ दुर्गा की पूजा करने वाले भक्तों को कष्टों और बाधाओं को पार करने की शक्ति प्रदान होती है | माँ दुर्गा की कृपा से भक्तों को सुख , समृधि , कुशलता ,सम्पन्नता आदि विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं |
People also ask
दुर्गा चालीसा सुनने से क्या होता है?
दुर्गा चालीसा सुनने से सुख ,समृधि , शांति , कष्होटों को सहने की शक्ति प्राप्त होती है | व्यक्ति को आध्यात्मिक, भौतिक और भावनात्मक खुशी मिलती है।
दुर्गा चालीसा के रचयिता कौन है?
दुर्गा चालीसा के रचयिता देवी दास जी है | देवी दस जी माँ दुर्गा के बहुत बड़े उपासक थे |
दुर्गा जी का मूल मंत्र क्या है?
या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ 2. मां ब्रह्मचारिणी बीज मंत्र: ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
विंध्येश्वरी चालीसा” क्या है?
विंधेश्वरी चालीसा के पाठ करने से भक्त आनंदमय और शांतिपूर्ण जीवन जीते हैं और भगवती की कृपा से समृद्धि और सम्पन्नता के प्राप्त होते हैं। विंधेश्वरी माँ दुर्गा ही रूप मन जाता है |
निष्कर्ष
इस पोस्ट के माध्यम से हमने विंधेश्वरी चालीसा दुर्गा के बारे में जानकारी प्राप्त की है , आप इसको लिंक पर क्लिक करके आसानी से free में डाउनलोड कर सकते है | माँ विंधेश्वरी चालीसा को करने के लिए इस के द्वारा आपको माँ की आराधना करने में मदद मिलेगी |
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